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हिमाचल प्रदेश का मंडी जिला बारिश से तबाह:”मंडी में मानसून का आतंक: घर उजड़े, सड़कें बंद, प्रशासन हाई अलर्ट पर”

By mangat ram

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मंडी
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“हिमाचल में बारिश का सबसे बड़ा प्रकोप मंडी में: 2025 की अब तक की सबसे भीषण तबाही”

पहाड़ों की रानी आज बारिश से रो रही है

हिमाचल प्रदेश का मंडी जिला अपने हरे-भरे जंगलों, शांत वातावरण और सुंदर घाटियों के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन इन दिनों यह जिला कुदरत के प्रकोप का सामना कर रहा है। मानसून की भारी बारिश ने इस शांत क्षेत्र को एक तबाही में बदल दिया है। नदियाँ उफान पर हैं, सड़कों पर मलबा फैला है, घरों में पानी घुस गया है और जनजीवन पूरी तरह से ठप हो गया है। मंडी में ऐसी बारिश और भूस्खलन कई वर्षों बाद देखने को मिला है।

मंडी में बारिश का वर्तमान हाल: 72 घंटे की मूसलाधार तबाही

मंडी जिले में बीते तीन दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने जिले की पूरी व्यवस्था को चरमरा दिया है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार मंडी में अब तक 200 मिमी से अधिक बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। यह सामान्य औसत से कहीं अधिक है। नतीजन, कई क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं और जगह-जगह भूस्खलन (Landslide) की घटनाएं हो रही हैं।

प्रमुख प्रभावित क्षेत्र:

  • बल्ह घाटी

  • सरकाघाट

  • धर्मपुर

  • सुंदरनगर

  • जोगिंदरनगर

सड़कें टूटीं, पुल बह गए, यातायात ठप

लगातार हो रही बारिश के कारण मंडी की प्रमुख सड़कें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। मंडी से कुल्लू और शिमला को जोड़ने वाले NH-3 और NH-154 कई जगहों पर बंद पड़े हैं। भारी भूस्खलन और मलबे के चलते यातायात पूरी तरह बाधित है।

जिला प्रशासन के अनुसार:

  • 25 से अधिक सड़कें पूरी तरह बंद हैं

  • 10 से अधिक छोटे-बड़े पुल क्षतिग्रस्त हो चुके हैं

  • 50 से अधिक गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है

गांवों की हालत चिंताजनक, हजारों लोग प्रभावित

मंडी जिले के ग्रामीण क्षेत्र इस प्राकृतिक आपदा से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। खेतों में पानी भर गया है, पशुशालाएं गिर गई हैं और कई घरों की दीवारें तक ढह गई हैं। बल्ह और सरकाघाट के कुछ गांवों में तो लोगों को रेस्क्यू कर स्कूलों और पंचायत भवनों में शिफ्ट किया गया है।

👥 आंकड़ों के अनुसार:

  • लगभग 5000 से अधिक लोग प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित

  • 200+ परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया

  • 2 लोगों की मौत और 7 से अधिक लोग घायल

It’s been pouring nonstop for the last 12 hours in Himachal. Rivers and streams are overflowing. Multiple cloudbursts in Mandi, lives lost and around 30 people missing in flash floods since last night. Please stay indoors and avoid any travel unless really urgent. pic.twitter.com/mJMkW6OpFI

— Go Himachal (@GoHimachal_) July 1, 2025

स्थानीय लोगों की ज़ुबानी: “ऐसा मंजर पहली बार देखा”

हमारे संवाददाता ने रोहांडा, कटौला और धर्मपुर इलाके में स्थानीय लोगों से बात की।

राम सिंह (ग्रामीण, रोहांडा):
“हमने पहले कभी इतनी भयंकर बारिश नहीं देखी। पहाड़ से हर घंटे मलबा गिर रहा है। रात को घर में सोना भी डरावना हो गया है। हमारा खेत बह गया, पशु मर गए।”

सुमन देवी (सरकाघाट):
“पानी इतनी तेजी से घर में आया कि हमें कुछ भी बचाने का मौका नहीं मिला। बच्चे और बुज़ुर्ग किसी तरह बाहर निकले। प्रशासन की टीम समय पर न आती तो अनहोनी हो जाती।”

प्रशासन का अलर्ट और राहत कार्य

मंडी जिला प्रशासन ने जिले में रेड अलर्ट जारी किया है। NDRF और SDRF की टीमें क्षेत्र में तैनात की गई हैं और राहत-बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।

     अब तक की प्रमुख कार्रवाई:

  • प्रभावित गांवों में फूड पैकेट और पानी की आपूर्ति

  • अस्थाई आश्रय शिविरों की व्यवस्था

  • भूस्खलन संभावित क्षेत्रों की घेराबंदी

  • पर्यटकों के लिए यात्रा पर रोक

पर्यटकों से अपील: यात्रा टालें, सुरक्षित रहें

मंडी और आसपास के पर्यटक स्थलों (जैसे पराशर झील, ब्यास कुंड, रेवलसर) पर जाने वाले पर्यटकों से प्रशासन ने यात्रा स्थगित करने की अपील की है। भारी बारिश और लगातार लैंडस्लाइड के कारण सड़कों की स्थिति खतरनाक है।

हिमाचल पर्यटन विभाग ने सभी होटल मालिकों को पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर रखने और किसी भी तरह की ट्रैवल बुकिंग फिलहाल रोकने के निर्देश दिए हैं।

प्राकृतिक संसाधनों को हो रहा भारी नुकसान

सिर्फ जनहानि ही नहीं, इस आपदा से पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों को भी गहरी चोट पहुंची है। मंडी की कई पहाड़ियाँ पूरी तरह से दरक गई हैं, जंगलों में पेड़ गिर गए हैं, और नदियों का प्रवाह अव्यवस्थित हो गया है।

ब्यास नदी और सुक्कड़ खड्ड का जलस्तर सामान्य से कई गुना ऊपर जा चुका है।

पिछले वर्षों में भी मंडी ने झेली है बारिश की मार:

वर्ष घटना नुकसान
2023 बादल फटने की घटना 6 मौतें, NH-3 बंद
2022 भारी बारिश से पुल बहा 8 गांव प्रभावित
2021 धर्मपुर में लैंडस्लाइड 3 लोग घायल

ज़रूरी हेल्पलाइन नंबर:

सेवा नंबर
मंडी आपदा नियंत्रण केंद्र 📞 1077
पुलिस कंट्रोल रूम 📞 01905-222311
एम्बुलेंस सेवा 📞 108
फायर ब्रिगेड 📞 101
रेड क्रॉस मंडी 📞 01905-225500

सावधानियाँ और बचाव के सुझाव:

  1. पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा फिलहाल टालें

  2. भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहें

  3. नदी किनारे ना जाएं

  4. बिजली के तारों और खंभों से दूरी बनाए रखें

  5. प्रशासन के निर्देशों का पालन करें

  6. मोबाइल में बिजली और नेटवर्क बचाकर रखें

  7. घरों से बाहर निकलते समय छाता, रेनकोट और टॉर्च साथ रखें

हिमाचल प्रदेश का मंडी जिला इस वक्त मुश्किल दौर से गुजर रहा है। बारिश ने जो तबाही मचाई है, वह केवल एक प्राकृतिक आपदा नहीं बल्कि इंसानों के लिए एक चेतावनी भी है — हमें पर्यावरण के साथ तालमेल बैठाकर ही आगे बढ़ना होगा।

प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है, लेकिन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार और केंद्र को और तेज़ी से संसाधन जुटाने होंगे। आम नागरिकों और पर्यटकों को भी संयम और सतर्कता के साथ आगे बढ़ना होगा।

 

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